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THE UNFORGETABLE MOMENTS OF LIFE {ARTICLE 3}

जीवन के ऐसे पल जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता।  नमस्कार दोस्तों  में हूँ सौरव।  आप सबको मेरे ब्लॉग में स्वागत हे। आज में कुछ अलग करने वाला हूँ।  आज में आपको देशभक्ति से अलग ले जाकर आपको आपके जीवन के कुछ ऐसे लम्हों के बारे में बताऊंगा जो आप  कभी नहीं भूल पाएंगे।  इसके ऊपर मैंने एक कविता लिखी है।  तो अर्ज किया हे,!! बचपन के दिन चार  न आएंगे बार बार  वह पहला दिन स्कूल का  माँ का बुना  हुआ  स्वेटर ऊन का।  वह रंगीले चित्रों की किताब  उसका नहीं हे कोई जवाब  वह पापा का रोज स्कूल छोड़ने जाना  हर दिन नई चीज़ मांगना।  वह मस्ती दोस्तों के संग  धूल से सना सारा अंग  वह टॉम एंड जेरी का शो  अब देखने का समाया कहाँ वो।  वह बारिश में भीगना  सर्दी पड़ने पर छींकना  वह चॉकलेट के लिए रोना  संडे को देर तक सोना।  अब हम हो चुके हैं बड़े  अपने दम पर अपने अपने पैरों पर खड़े  बचपन की वह छोटे छोटे यादें  हे भगवन हमें वापस से देदें।  अभी तक याद  हे मुझे एक बात  जिस दिन कोई था क्लास मॉनिटर  में और मेरे दोस्तों ने मिलकर  कर दिया था उसका रहना खटर

the reality of the legend mahatma gandhi (article no 2)

↔😐गांधीजी की असलियत। .... क्या आप  जानते  हो ?↔😞 आज हे २ अक्टूबर २०१८ , गांधीजी का १५०तः जन्मदिन का दिवस।  इस दिवस में में आपको गांधीजी के स्वार्थ ब्यवहार और उन्हीं की वजय से आज कैसे भारत को अनेक बुरी परिस्तितियों का सामना करना पड रहा हे।   चलिए सुरु  हें आज की लम्बी विषय। जब  भारत स्वाधीन नहीं हुआ था तब ब्रिटिश सरकार हमारे ऊपर बहुत जुल्म किया था।  तब लोगों के मन में भरी उठी थी अंग्रेज़ों  के खिलाफ एकत्रित होकर आंदोलन करना  का भाव। इनमेसे कुछ लोग ऐसे थे जो की  भारत को ही अपना जीवन  मान लिया था।  इनमे से थे मेरे प्रिय भगत सिंह और महात्मा गांधीजी।  में भगत सिंहजी को ही अपना भाई मंटा आ रहा हूँ. क्योंकि उनके मुताबिक जिस चीज़ की जरुरत नहीं हे उसे अवश्य नहीं रखना चाहिए। उसे निकालो और फेक दो। मेरे लिए कुछ ऐसे ही हैं गाँधीजी  की यादें। मैं  बश  उनको पुस्तक  में ही पढता हूँ और एग्जाम में लिख देता हूँ।  गांधीजी  जब अफ्रीका में थे तब वे काले लोगों के लिए  लिए लड़ते थे।  बे अपने  देश को छोड़  के अफ्रीका में वकील बन उनकी सेवा करते थे। ये तो ठीक हे , लेकिन वहां उन्होंने कोई दाल गठन नहीं  किया

↗↘↙↖हमारा देश युद्ध से मुक्त कब होगा😰😤 #blog article 1

    ↗↘↙↖ हमारा देश युद्ध से मुक्त  कब होगा  😰😤 सबको मेरा नमस्कार।  आज का बिषय  हे युद्ध और शांति।  क्या भारत अभी तक अपना स्वाधीनता और गणतंत्रता प्राप्त कर पाया हे ? आपका जबाब तो हाँ ही होगा।  क्याकि आपको पता हे की भारत १५ अगस्त  १९४७ को स्वाधीन हुआ था और २६ जनुअरी को भारत ने गणतंत्रता प्राप्त की थी. लेकिन क्या ये सच हे ? क्या भारत आज तक किसी भी चीज का बिद्रोह  का सामना नहीं करना पड़ा हे ? क्या भारत आज अपने मंत्रियों को खुद चुनता हे? क्या आज भारत युद्ध से और शांति से जुन्ज नहीं रहा हे ? अभी अप्प सब लोग कुछ गम्हीर चिंता में पड़  गए होंगे।  ठीक के।  में  इस  आर्टिकल मैं अपने के मन में  जितने भी प्रश्न होंगे सब धुर हो जायेंगे।  बस आपको इस ब्लॉग को अच्छी तरह पढ़ना पड़ेगा।  पहले तो लोग कितने  मिलकर रहते थे। पर हम आज रहने से लेकर खाने और पिने तक झगड़ा करते हैं. छोटे छोटे बातों पे हम माड़पीट करते हैं। हमें दोस्ती का बुलावा तो मिलता हे लेकिन असल में यह युद्ध का बुलावा होता हे।  आज कल तो अपने भी पराए हो चुके हैं।  पूरा दुनिया कई हिस्सों में भाग हो गया हे। सरे देश में लोग तो  लेक

DO YOU REALLY LOVE YOUR COUNTRY ?

            👷भारत ₹👤 हमारा 👽 ऊँचा 👧👦रहे.👯   नमस्ते दोस्तों मैं हूँ सौरव सुभकांता दाश । इस ब्लॉग में मैं आप सबके मन में भारत के लिए एक देशभक्ति का भाव लाना चाहता हूँ। क्या आप सब अपने देश को प्यार करते हें ? अगर हाँ तो क्या आप अपने देश भारत के लिए कुछ करना कहते हें ? सबका जबाब हाँ होगा लेकिन कोई कुछ नहीं करेगा। सब सिर्फ अपने बारे में सोचते हें। बाहर के देशों में अपने देश का नाम लेना कोई बड़ी बात नहीं हे !!! भारत के लिए देशभक्ति सबसे बड़ी बात हे ! इस ब्लॉग में मैं आपके मन में देश  में जाग्रत होने बाली समस्याओं के बारेमे प्रचार करूँगा। अगर यह ब्लॉग आपको अच्छा लगे तो कमेंट जरूर कीजियेगा। अगर अच्छा न लगे तो इसके अपडेट के लिए कुछ आईडिया जरूर दीजिएगा। में हर हफ्ते अपने ब्लॉग को अपडेट करूँगा।  PROUD TO BE AN INDIAN