↗↘↙↖ हमारा देश युद्ध से मुक्त कब होगा 😰😤
सबको मेरा नमस्कार। आज का बिषय हे युद्ध और शांति। क्या भारत अभी तक अपना स्वाधीनता और गणतंत्रता प्राप्त कर पाया हे ? आपका जबाब तो हाँ ही होगा। क्याकि आपको पता हे की भारत १५ अगस्त १९४७ को स्वाधीन हुआ था और २६ जनुअरी को भारत ने गणतंत्रता प्राप्त की थी. लेकिन क्या ये सच हे ? क्या भारत आज तक किसी भी चीज का बिद्रोह का सामना नहीं करना पड़ा हे ? क्या भारत आज अपने मंत्रियों को खुद चुनता हे? क्या आज भारत युद्ध से और शांति से जुन्ज नहीं रहा हे ? अभी अप्प सब लोग कुछ गम्हीर चिंता में पड़ गए होंगे। ठीक के। में इस आर्टिकल मैं अपने के मन में जितने भी प्रश्न होंगे सब धुर हो जायेंगे। बस आपको इस ब्लॉग को अच्छी तरह पढ़ना पड़ेगा।
पहले तो लोग कितने मिलकर रहते थे। पर हम आज रहने से लेकर खाने और पिने तक झगड़ा करते हैं. छोटे छोटे बातों पे हम माड़पीट करते हैं। हमें दोस्ती का बुलावा तो मिलता हे लेकिन असल में यह युद्ध का बुलावा होता हे।
आज कल तो अपने भी पराए हो चुके हैं। पूरा दुनिया कई हिस्सों में भाग हो गया हे। सरे देश में लोग तो लेकिन सब अलग अलग नाम से बुलाए जाते हें जैसे भारतीअ , पाकिस्तानी, चीनी या बांग्लादेशी। लेकिन मेरे मुताबिक सब इंसान हैं. सब एक ही जाती के हैं. जो हे इंसानियत। लेकिन इस बात को कोई मानता नहीं। सब कोई एक दूसरे को पछाड़ के आगे बढ़ना चाहता हे।
EXAM के समय सरे स्टूडेंट्स एक दुषरे के दुश्मन बन जाते हैं। लेकिन एक्साम के पहले दिन सब दोस्तों की तरह बरताब करके एक दुसरे से पढाई के बारे में सवाल पूछते हैं. जिस दिन परीक्षा समाप्तः होती हे , उस दिन सब फिर से दुश्मन बन जाते हैं और फिर से सबको पीछे छोड़के खुद आगे बढ़ना कहते हें। फिर कौन अपना और कौन पराया रह जाता हे पता नहीं चलता।
केवल बिद्यालय में नहीं , राजनीती में भी नेता लोग एक दुसरे साथ झगड़ा करते रहते हें। हर कोई दल सिर्फ जितना ही चाहता हे. न ही उसको देश की फ़िक्र हे , न ही देशवासियों की। वह सिर्फ देश में अपना ऊँचा परिचय बनाना चाहता हे और कुछ नहीं। अगर ऐसा ही चलता रहे तो देश कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा।
Nyc bro....😊😊
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