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Showing posts from October, 2018

Save THE WORLD'S GOD Cow!!!!!!

What about the blessed cow in the whole world !!!! ??? सर्वकामदुधे देवि सर्वतीर्थीभिषेचिनि ll पावने सुरभि श्रेष्ठे देवि तुभ्यं नमोस्तुते ll From the developing stage of the whole world, there is a beautiful and fabulous connection between COWS and HUMANS. Now plays a very big role in developing society, religionism, economic conditions, and social policies. From the time of Aryas, we regard cow as our MOTHER. We worship cows as Prithvi-god. The cow is the respect of our nation.it is our duty to save cows until and unless we live in this world using cow's production. Today instead of saving cows lakhs and lakhs of cows are being killed daily. Cows give us milk whole the year. But in a specific time in a year when it stops giving milk, it doesn't become useless.it also gives out cow dung which is used to make organic fertilizers better than the inorganic ones. Its horn is used to make many toys, idols and combs. After the death, the cows also don't b...

ONE DAY WITHOUT ELECTRICITY IN OUR COLONY !!!!

ONE DAY WITHOUT ELECTRICITY IN OUR COLONY ?!!!? HELLO everyone MYSELF SOURAV ONCE AGAIN WANT TO WELCOME YOU ALL WITH ANOTHER FANTASTIC POEM ON "one day without electricity". VANISHING OF ELECTRICITY FROM OUR HOMES IS VERY IRRITATING AND DISTURBING. WE FEEL VERY MUCH ANNOYING AT THIS STAG OF MOMENT. TODAY I HAD A LINE CUT FROM MORNING 8 TO EVENING 7O'CLOCK. IT MADE ME REALLY ANNOYING BUT I GOT HAPPY BECAUSE I WAS NOT IN HOME. I WENT FOR CERTAIN PURPOSES OUTSIDE WHERE THERE IS NO LINE CUT.  SO FOR THIS VERY FUNNY AND INTERESTING TOPIC, I AM GOING TO PRESENT A SHORT POEM IN FRONT OF YOU ALL.  THE DAY WITHOUT ELECTRICITY...... Faced with the day With a hot and hurting sunray Directly falling on my face Causing my body and hot rays with a race. I got up early With a face ugly Washed my faced with water Droplets felled upon my shirt like rain patter. That was the time For the little but considerable crime ...

WHY THE PEACE IS LAGGING BEHIND FROM OUR CAPTIVATING WORLD'S NATURE ?

FORTUITOUS PROBLEMS FACED BY THE WHOLE WORLD? Hello everyone myself Sourav Subhakanta dash expressing a peaceful and charming greeting to each and every person of the world. I am feeling like a guilty when I see the conditions of each and every society's conditions in newspapers and televisions or from any other source. But I am a part of this beautiful world getting a place of demons all around. The demons are we ourselves. We are destroying our surrounding by our shameful behaviour and activities. We don't care that what effects will it put on us and our surviving brothers and sisters. It may be awkward for some people that how are everyone our brothers and sisters. Sorry to say but according to me they are fools. God gave us born but not through him but through our mothers who are the expensive gem of the whole universe. No one is big than mother even if god. But the changing nature of the peoples of the world doesn't care what a creature his/her mother is.!!! I w...

THE UNFORGETABLE MOMENTS OF LIFE {ARTICLE 3}

जीवन के ऐसे पल जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता।  नमस्कार दोस्तों  में हूँ सौरव।  आप सबको मेरे ब्लॉग में स्वागत हे। आज में कुछ अलग करने वाला हूँ।  आज में आपको देशभक्ति से अलग ले जाकर आपको आपके जीवन के कुछ ऐसे लम्हों के बारे में बताऊंगा जो आप  कभी नहीं भूल पाएंगे।  इसके ऊपर मैंने एक कविता लिखी है।  तो अर्ज किया हे,!! बचपन के दिन चार  न आएंगे बार बार  वह पहला दिन स्कूल का  माँ का बुना  हुआ  स्वेटर ऊन का।  वह रंगीले चित्रों की किताब  उसका नहीं हे कोई जवाब  वह पापा का रोज स्कूल छोड़ने जाना  हर दिन नई चीज़ मांगना।  वह मस्ती दोस्तों के संग  धूल से सना सारा अंग  वह टॉम एंड जेरी का शो  अब देखने का समाया कहाँ वो।  वह बारिश में भीगना  सर्दी पड़ने पर छींकना  वह चॉकलेट के लिए रोना  संडे को देर तक सोना।  अब हम हो चुके हैं बड़े  अपने दम पर अपने अपने पैरों पर खड़े  बचपन की वह छोटे छोटे यादें  हे भगवन हमें व...

the reality of the legend mahatma gandhi (article no 2)

↔😐गांधीजी की असलियत। .... क्या आप  जानते  हो ?↔😞 आज हे २ अक्टूबर २०१८ , गांधीजी का १५०तः जन्मदिन का दिवस।  इस दिवस में में आपको गांधीजी के स्वार्थ ब्यवहार और उन्हीं की वजय से आज कैसे भारत को अनेक बुरी परिस्तितियों का सामना करना पड रहा हे।   चलिए सुरु  हें आज की लम्बी विषय। जब  भारत स्वाधीन नहीं हुआ था तब ब्रिटिश सरकार हमारे ऊपर बहुत जुल्म किया था।  तब लोगों के मन में भरी उठी थी अंग्रेज़ों  के खिलाफ एकत्रित होकर आंदोलन करना  का भाव। इनमेसे कुछ लोग ऐसे थे जो की  भारत को ही अपना जीवन  मान लिया था।  इनमे से थे मेरे प्रिय भगत सिंह और महात्मा गांधीजी।  में भगत सिंहजी को ही अपना भाई मंटा आ रहा हूँ. क्योंकि उनके मुताबिक जिस चीज़ की जरुरत नहीं हे उसे अवश्य नहीं रखना चाहिए। उसे निकालो और फेक दो। मेरे लिए कुछ ऐसे ही हैं गाँधीजी  की यादें। मैं  बश  उनको पुस्तक  में ही पढता हूँ और एग्जाम में लिख देता हूँ।  गांधीजी  जब अफ्रीका में थे तब वे काले लोगों के लिए  लिए लड़ते थे।  बे अपने...

↗↘↙↖हमारा देश युद्ध से मुक्त कब होगा😰😤 #blog article 1

    ↗↘↙↖ हमारा देश युद्ध से मुक्त  कब होगा  😰😤 सबको मेरा नमस्कार।  आज का बिषय  हे युद्ध और शांति।  क्या भारत अभी तक अपना स्वाधीनता और गणतंत्रता प्राप्त कर पाया हे ? आपका जबाब तो हाँ ही होगा।  क्याकि आपको पता हे की भारत १५ अगस्त  १९४७ को स्वाधीन हुआ था और २६ जनुअरी को भारत ने गणतंत्रता प्राप्त की थी. लेकिन क्या ये सच हे ? क्या भारत आज तक किसी भी चीज का बिद्रोह  का सामना नहीं करना पड़ा हे ? क्या भारत आज अपने मंत्रियों को खुद चुनता हे? क्या आज भारत युद्ध से और शांति से जुन्ज नहीं रहा हे ? अभी अप्प सब लोग कुछ गम्हीर चिंता में पड़  गए होंगे।  ठीक के।  में  इस  आर्टिकल मैं अपने के मन में  जितने भी प्रश्न होंगे सब धुर हो जायेंगे।  बस आपको इस ब्लॉग को अच्छी तरह पढ़ना पड़ेगा।  पहले तो लोग कितने  मिलकर रहते थे। पर हम आज रहने से लेकर खाने और पिने तक झगड़ा करते हैं. छोटे छोटे बातों पे हम माड़पीट करते हैं। हमें दोस्ती का बुलावा तो मिलता हे लेकिन असल में यह युद्ध का बुलावा होता हे।  आज...